Bakri Palan Farm Yojana 2025: बकरी पालन योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू, पात्रता, लाभ, दस्तावेज़, लोन, ट्रेनिंग की पूरी जानकारी
बकरी पालन योजना 2025?
देश में ग्रामीण आजीविका को मजबूत करने और पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा Bakri Palan Farm Yojana 2025 की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत इच्छुक लाभार्थियों को सरकारी सब्सिडी, बैंक लोन, और ट्रेनिंग प्रदान की जाती है ताकि वे बकरी पालन का व्यवसाय स्थापित कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसे कम लागत में शुरू किया जा सकता है, और इससे तेज़ मुनाफा भी होता है। यही कारण है कि केंद्र और राज्य सरकारें इसे प्रोत्साहित कर रही हैं।
इस आर्टिकल में आप जानेंगे:
- योजना क्या है और किसके लिए है
- कितना लोन और कितनी सब्सिडी मिलती है
- कौन-कौन पात्र है
- कैसे और कहां से आवेदन करें
- किन दस्तावेज़ों की ज़रूरत है
- और इससे कैसे लाभ कमाया जा सकता है
योजना का मुख्य उदश्य क्या है
इस योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण, बेरोजगार और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बकरी पालन जैसे लाभकारी व्यवसाय से जोड़ना है। योजना के प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- ग्रामीण बेरोजगारी को कम करना
- महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना
- स्वदेशी दुग्ध उत्पादन और मीट इंडस्ट्री को बढ़ावा देना
- ग्राम स्तर पर छोटे फार्मिंग यूनिट्स को स्थापित करना
- SC/ST, BPL, महिला और युवा वर्ग को आत्मनिर्भर बनाना
योजना की प्रमुख विशेषताएं
सुविधा | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | बकरी पालन फार्म योजना 2025 |
योजना प्रकार | स्वरोजगार / पशुपालन सब्सिडी योजना |
शुरू की गई | केंद्र व राज्य सरकार द्वारा |
लाभ | 35% से 60% तक सब्सिडी, लोन सुविधा, ट्रेनिंग |
उद्देश्य | ग्रामीण रोजगार, पशुपालन को बढ़ावा |
पात्रता | भारतीय नागरिक, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन दोनों |
प्रायोजक | NABARD, पशुपालन विभाग, RSETI, DIC आदि |
संपर्क माध्यम | जिला पशुपालन अधिकारी कार्यालय / ऑनलाइन पोर्टल |
पात्रता
बकरी पालन योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता शर्तें होती हैं:
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए
- आयु सीमा – 18 से 55 वर्ष
- ग्रामीण क्षेत्र का निवासी हो
- पहले से कोई सरकारी नौकरी या स्वरोजगार योजना में सब्सिडी न ली हो
- बैंक खाता होना आवश्यक
- आधार कार्ड से KYC होना चाहिए
- बकरी पालन की ट्रेनिंग लेना जरूरी (या लेने की इच्छा हो)
- SC/ST, महिला, BPL कार्डधारकों को प्राथमिकता
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि आरक्षित वर्ग से हैं)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- बकरी पालन परियोजना रिपोर्ट (Bankable Project Report)
- आय प्रमाण पत्र
- ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (यदि पहले ली हो)
योजना के अंतर्गत मिलने वाली सब्सिडी
Bakri Palan Yojana के अंतर्गत सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियों के लिए सब्सिडी प्रतिशत अलग-अलग निर्धारित किया गया है:
श्रेणी | सब्सिडी प्रतिशत |
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सामान्य वर्ग | 25% – 33% |
अनुसूचित जाति/जनजाति | 35% – 60% |
महिलाएं | 30% – 55% |
BPL परिवार | 40% – 60% |
नोट: सब्सिडी बैंक लोन की कुल राशि पर लागू होती है, और यह सीधे बैंक के माध्यम से स्वीकृत की जाती है।
बैंक लोन कैसे मिलेगा?
बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹1 लाख से ₹10 लाख तक का लोन दिया जाता है। ये लोन NABARD, राष्ट्रीयकृत बैंक, ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक और PMEGP, DIC, KVIC के माध्यम से दिया जाता है।
बैंक लोन लेने की प्रक्रिया:

- सबसे पहले आपको एक बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनानी होगी
- नजदीकी बैंक शाखा में आवेदन देना होगा
- बैंक द्वारा फिजिकल वेरीफिकेशन किया जाएगा
- यदि ट्रेनिंग ली है तो वरीयता दी जाती है
- लोन अप्रूव होने के बाद सब्सिडी अपने आप जोड़ी जाएगी
बकरी पालन में लाभ और खर्च का अनुमान
खर्चा | अनुमान (₹ में) |
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बकरी की खरीद (20 बकरी + 1 बकरा) | ₹1,00,000 |
शेड निर्माण | ₹50,000 |
चारा, दवा, टीकाकरण | ₹30,000 प्रति वर्ष |
कुल अनुमानित खर्च | ₹1.8 लाख |
अनुमानित वार्षिक आमदनी | ₹2.5 – ₹3 लाख |
लाभ | ₹70,000 – ₹1.2 लाख प्रति वर्ष |
नोट: यह एक औसत अनुमान है, स्थान और नस्ल के अनुसार अंतर हो सकता है।
बकरी पालन के लिए उपयुक्त नस्लें
नस्ल | विशेषता |
---|---|
जमुनापरी | दूध के लिए |
बीटल | दूध और मांस दोनों के लिए |
बरबरी | छोटे किसानों के लिए उत्तम |
सिरोही | गर्म जलवायु के लिए |
उस्मानाबादी | महाराष्ट्र व दक्षिण भारत में प्रसिद्ध |
तोगनबर्ग, अल्पाइन | विदेशी नस्लें, हाई यील्ड |