PM Vishwakarma Yojana 2025: ₹15,000 टूलकिट सहायता के साथ शुरू हुआ ऑनलाइन फॉर्म, जानिए पूरी योजना की जानकारी
भारत सरकार द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है। यह योजना उन लाखों लोगों के लिए राहत लेकर आई है, जो पारंपरिक रूप से अपने हुनर के बल पर काम करते हैं और जिन्हें अब तक किसी सरकारी आर्थिक सहायता या पहचान से वंचित रहना पड़ता था।
इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार प्रत्येक लाभार्थी को ₹15,000 की सहायता राशि टूलकिट खरीदने के लिए प्रदान कर रही है। इसके साथ ही उन्हें स्किल ट्रेनिंग, क्रेडिट सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजैक्शन प्रोत्साहन और पहचान प्रमाणपत्र भी दिए जाएंगे।
योजना का उद्देश्य क्या है?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कामगारों को आधुनिक प्रशिक्षण, आर्थिक सहायता और औपचारिक मान्यता देना है, जिससे वे अपने व्यवसाय को सशक्त बना सकें और आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़ सकें।
किन लोगों को मिलेगा इस योजना का लाभ?
यह योजना खासतौर पर 13 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को लक्षित करती है:
- बढ़ई (Carpenter)
- लोहार (Blacksmith)
- सुनार (Goldsmith)
- राजमिस्त्री (Mason)
- दर्जी (Tailor)
- टोकरी/चटाई बुनने वाले (Basket/Mat Maker)
- नाई (Barber)
- धोबी (Washerman)
- जूता बनाने वाले (Cobbler)
- कुम्हार (Potter)
- मूर्तिकार (Sculptor)
- मछली जाल बनाने वाले (Net Maker)
- हथकरघा बुनकर (Handloom Weaver)
योजना की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 |
शुरू करने की तिथि | 17 सितंबर 2023 (2025 में विस्तार) |
लाभार्थी | पारंपरिक शिल्पकार/कारीगर |
सहायता राशि | ₹15,000 (टूलकिट हेतु), ₹1 लाख तक लोन |
ब्याज दर | 5% |
ट्रेनिंग | 5 दिन की बेसिक ट्रेनिंग + 15 दिन की एडवांस ट्रेनिंग |
ट्रेनिंग इंसेंटिव | ₹500 प्रतिदिन |
डिजिटल ट्रांजैक्शन इंसेंटिव | प्रति ट्रांजैक्शन ₹1, अधिकतम ₹1,000 |
आवेदन का माध्यम | ऑनलाइन (CSC और पोर्टल दोनों) |
₹15,000 टूलकिट सहायता क्या है?
योजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों को ₹15,000 की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे वे अपने कार्य में उपयोग आने वाले टूल्स और इक्विपमेंट खरीद सकें। टूलकिट को कारीगर की आवश्यकता और व्यवसाय के अनुसार अनुकूलित किया जाएगा।
₹1 लाख तक का लोन – वो भी कम ब्याज पर
विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत कारीगरों को दो चरणों में लोन दिया जाएगा:
- पहला लोन: ₹1 लाख तक (ब्याज दर 5%)
- दूसरा लोन: ₹2 लाख तक (प्रदर्शन के आधार पर)
यह लोन सरकारी बैंक, RRB और कॉपरेटिव बैंक के माध्यम से उपलब्ध होगा।
PM Vishwakarma सर्टिफिकेट और ID
हर लाभार्थी को एक डिजिटल ID कार्ड और Vishwakarma प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा, जिससे वे सरकारी योजनाओं के लिए पात्र माने जाएंगे और सामाजिक पहचान भी मिलेगी।
आवेदन की प्रक्रिया (Online Apply Step-by-Step)
आप इस योजना के लिए दो तरीके से आवेदन कर सकते हैं:
तरीका 1: ऑनलाइन स्वयं आवेदन
- https://pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर जाएं
- “Apply for Vishwakarma” पर क्लिक करें
- आधार नंबर और OTP से लॉगिन करें
- मांगी गई जानकारी और डॉक्युमेंट अपलोड करें
- सबमिट करें और आवेदन संख्या सुरक्षित रखें
तरीका 2: CSC (Common Service Center) से आवेदन
- अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाएं
- ऑपरेटर को बताएं कि आप “PM Vishwakarma Yojana” के लिए आवेदन करना चाहते हैं
- ₹0 शुल्क में फॉर्म भरवाएं और आवेदन रसीद प्राप्त करें
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए
- उम्र: 18 से 50 वर्ष
- कोई भी सरकारी या निजी जॉब में कार्यरत न हो
- पारंपरिक शिल्पकारी का अनुभव हो
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- मोबाईल नंबर
- व्यवसाय प्रमाण (यदि है)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
योजना का लाभ कैसे मिलेगा?
- टूलकिट सहायता सीधे बैंक खाते में ₹15,000 DBT के माध्यम से
- ट्रेनिंग सहायता: ₹500 प्रतिदिन आपके खाते में
- क्रेडिट सहायता: ₹1 लाख तक का ऋण 5% ब्याज दर पर
- सर्टिफिकेट और पहचान: सरकारी ID और डिजिटल रजिस्ट्री
योजना से जुड़े लाभ
- पारंपरिक व्यवसायों को सरकारी पहचान
- आर्थिक सहायता के साथ कम ब्याज पर ऋण
- आधुनिक ट्रेनिंग और कौशल उन्नयन
- डिजिटल भुगतान को बढ़ावा
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए समान अवसर
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योजना का क्रियान्वयन
योजना का संचालन केंद्र सरकार, MSME मंत्रालय और CSC-SPV के माध्यम से किया जा रहा है। वर्ष 2025 में इसका विस्तार और अधिक जिलों में हो चुका है।
योजना से जुड़े FAQs
Q1. क्या यह योजना हर राज्य में लागू है?
हां, यह योजना भारत के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू की गई है।
Q2. क्या इसमें कोई शुल्क लगता है?
नहीं, यह योजना पूरी तरह निःशुल्क है।
Q3. कितने समय में लाभ मिलेगा?
आवेदन के 15–30 दिनों के भीतर सत्यापन और लाभ ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी होती है।
Q4. क्या योजना में महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं?
हां, यदि वे पारंपरिक व्यवसाय से जुड़ी हैं।
Q5. योजना कब तक जारी रहेगी?
यह योजना 2025 में सक्रिय है और आगामी वर्षों तक चालू रहेगी।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana 2025 केवल एक योजना नहीं, बल्कि गरीब और मेहनतकश वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इस योजना के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों को ना सिर्फ वित्तीय सहायता दी जा रही है, बल्कि उन्हें सरकारी पहचान, आधुनिक प्रशिक्षण और ऋण की सुविधा भी दी जा रही है।
अगर आप किसी पारंपरिक शिल्प या कारीगरी से जुड़े हुए हैं, तो यह योजना आपके लिए बेहद उपयोगी है। बिना समय गंवाए आज ही आवेदन करें